CUET-UG Paper 2025 में एक बहुत ही महत्वपूर्ण बदलाव कर दिया गया है। इस बदलाव के अंतर्गत अब सब्जेक्ट की संख्या को कम कर दिया गया है। अभी कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट देने वाले अभ्यर्थियों को बहुत कम एग्जाम देने होंगे। इस बार आपको 6 सब्जेक्ट की जगह सिर्फ पांच ही सब्जेक्ट का एग्जाम देना होगा और सभी डोमेन सब्जेक्ट की संख्या को भी 29 से घटाकर 23 कर दिया गया है। ऐसे में 2024 में जब आपने परीक्षा दी थी, तो 63 सब्जेक्ट इसमें देखे गए थे, लेकिन अब 2025 में सिर्फ 37 सब्जेक्ट ही रह जाएंगे।
पिछले 3 साल में CUET-UG Paper का लगातार विश्लेषण किया जा रहा है और इसके आधार पर ही स्टूडेंट्स के लिए कम अटेम्प्ट वाला फार्मूला तैयार किया गया है। पूरे भारतीय स्तर पर CUET-UG Paper को एक बनाने के लिए यह काम किया गया है।
कैसा होगा CUET-UG Paper 2025 का फॉर्मेट
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन के अध्यक्ष प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने इसके बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि सीबीटी के माध्यम से लगने वाला प्रत्येक पेपर 1 घंटे का होगा। जहां पहले 63 पेपर और 33 लैंग्वेज थी, उसे अब घटाकर कम किया गया है। 29 डोमेन सब्जेक्ट और एक जनरल टेस्ट पहले होता था, जिसमें मैथ्स, अकाउंट्स, इकोनॉमिक्स, कंप्यूटर साइंस, केमिस्ट्री के पेपर एक-एक घंटे के होते थे और बाकी सभी सब्जेक्ट के पेपर 45 मिनट के लगते थे।
लेकिन लेटेस्ट अपडेट में जो जानकारी सामने आई है, उसके अनुसार 63 पेपर को घटाकर सिर्फ 37 कर दिया गया है। लेकिन यहां पर अब प्रत्येक पेपर 1 घंटे का रहने वाला है। गवर्नमेंट सब्जेक्ट की संख्या को भी 29 से घटाकर इस बार 23 कर दिया गया है और लैंग्वेज वाली 33 पेपर की संख्या को घटाकर 13 कर दिया गया है। साथ ही जनरल टेस्ट का नाम भी बदल दिया गया है। अब इसे जनरल एप्टीट्यूड टेस्ट के नाम से जाना जाएगा।
हटाए गए डोमेन सब्जेक्ट और लैंग्वेज
इस बार 29 डोमेन सब्जेक्ट में से 6 डोमेन सब्जेक्ट को हटाया गया है, जिनका नाम फैशन स्टडीज, टूरिज्म, टीचिंग एप्टीट्यूड, एंटरप्रेन्योरशिप, लीगल स्टडीज और इंजीनियरिंग ग्रैफिक्स है। इसके अलावा 20 लैंग्वेज पेपर को भी हटा दिया गया है।
कितने पेपर के लिए कर सकते हैं आवेदन
साल 2025 में आवेदन करने वाले छात्रों को अब कम सब्जेक्ट के लिए आवेदन करना होगा। 2024 की बात करें, तो 6 सब्जेक्ट सेलेक्ट करने का ऑप्शन मिलता था। 2022 में जो सब्जेक्ट को सेलेक्ट करने का ऑप्शन दिया गया था, 2023 में 10 सब्जेक्ट को सेलेक्ट करने का ऑप्शन था। लेकिन 2025 में अब सिर्फ पांच सब्जेक्ट ही आप सेलेक्ट कर सकते हैं। अगर कोई स्टूडेंट चाहे, तो जो सब्जेक्ट उसके पास 12वीं कक्षा में नहीं थे, उनको भी सेलेक्ट कर सकता है।
अभी तक की गई स्टडी के आधार पर सामने आया है कि ज्यादातर विद्यार्थी चार पेपर ही सेलेक्ट करते हैं। ऐसे में 5 और 6 पेपर चुनने वाले स्टूडेंट की संख्या बहुत कम होती है। इसी को ध्यान में रखकर यह फार्मूला तैयार किया गया है। अब विद्यार्थियों ने जो 12वीं कक्षा में एनसीईआरटी की किताबें पढ़ी हैं, उसके आधार पर ही एग्जाम का पूरा सिलेबस रखा जाएगा और स्टूडेंट उसके आधार पर ही अपना सब्जेक्ट सेलेक्ट कर सकेंगे।
एग्जाम पैटर्न और नेगेटिव मार्किंग
2024 की बात करें, तो जनरल टेस्ट में 60 में से 50 क्वेश्चन करना अनिवार्य था और बाकी सभी पेपर में 50 में से 40 क्वेश्चन करने अनिवार्य होते थे। लेकिन 2025 में ऐसी कोई चॉइस नहीं रखी गई है। हर पेपर में आपको 50 क्वेश्चन मिलने वाले हैं और प्रत्येक पेपर 250 नंबर का रहने वाला है। अगर आप सही जवाब देते हैं, तो आपको पांच नंबर मिलेंगे और गलत जवाब देने पर एक नंबर काट लिया जाएगा। ऐसे में आपके नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया को भी आसान बनाया जाएगा।
कौन-कौन से हैं 23 डोमेन सब्जेक्ट
23 डोमेन सब्जेक्ट की बात करें, तो यहां पर बहुत लंबी लिस्ट है। इसमें अकाउंट, बुक कीपिंग, एग्रीकल्चर, केमिस्ट्री, फिजिक्स, मैथ्स, अप्लाइड मैथमेटिक्स, बायोलॉजिकल साइंस, बायोकेमेस्ट्री, बायोटेक्नोलॉजी, बिजनेस स्टडीज, हिस्ट्री, होम साइंस, मास मीडिया कम्युनिकेशन, पॉलिटिकल साइंस, एनवायरमेंटल साइंस, सोशियोलॉजी, संस्कृत, साइकोलॉजी, एंथ्रोपोलॉजी, फिजिकल एजुकेशन, इकोनॉमिक्स, कंप्यूटर साइंस, जियोलॉजी, ज्योग्राफी जैसे बहुत सारे सब्जेक्ट्स शामिल हैं। अधिक जानकारी के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
13 लैंग्वेज पेपर कौन से हैं
13 लैंग्वेज पेपर जो सिलेक्ट की गई हैं, उनमें मराठी, मलयालम, कन्नड़, हिंदी, गुजराती, इंग्लिश, बंगाली, असमिया, उर्दू, तेलुगु, तमिल, उड़िया, पंजाबी आदि रखी गई हैं। बाकी की 20 लैंग्वेज को हटा दिया गया है। जनरल एप्टीट्यूड टेस्ट में आप कैसा परफॉर्म करते हैं, उसके आधार पर ही आप अपनी भाषा सिलेक्ट कर सकते हैं।